जरा सोचिए कि उसपर क्या बीती होगी जिसे पूरे तीन किलोमीटर तक पथरीली सड़क पर बाइक के पीछे बांध कर तब तक घसीटा गया जब तक कि उसके जिस्म से खून का आखिरी क़तरा तक ना रिस गया.