अंतर्ध्यान या फिर विज्ञान? सच क्या है? ये सवाल इसलिए, क्योंकि इन्हीं दोनों के बीच जालंधर के आशुतोष जी महाराज की जिंदगी और मौत की पहेली पिछले दस महीने से उलझी हुई है. लेकिन अब पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट ने इस मामले में अपना फैसला सुनाते हुए 15 दिन के अंदर महाराज का अंतिम संस्कार कर देने का हुक्म दिया है.