आपको याद होगा कि इसी महीने की 3 तारीख को आईएसआईएस ने जॉर्डन एयरफोर्स के एक पायलट को लोहे के पिंजरे में कैद कर जिंदा जला दिया था. अपने उसी पायलट की मौत का बदला लेने के लिए जॉर्डन के दर्जनों पायलट लड़ाकू विमानों में मिसाइल लेकर आईएसआईएस के ठिकानों पर टूट पड़े और कमाल ये देखिए इस हमले की कमान किसी और ने नहीं बल्कि खुद जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला ने संभाली.