दीवार पर ये जो इबारत लिखी है. ये स्याही से नहीं बल्कि खून से लिखी गई है और लिखा भी किसी और ने नहीं बल्कि खुद मरने वाले ने लिखा है. दीवार पर कुल दस शब्द उसने अपने ही खून से लिखे और फिर दम तोड़ दिया. दीवार पर खून से उसने कुछ और नहीं बल्कि अपने कातिलों नाम लिखा है.