हाकिम और हुकूमतें अवाम को सुनहरे भविष्य का सपना दिखाकर जंग छेड़ती हैं. जंग थमती है तो कोई जीतने की खुशफहमी में डूबा रहता है, तो कोई हारने के ग़म में. जबकि सच्चाई ये है कि जंग में हमेशा ज़िंदगी ही हारती है. छह अगस्त 1945 को यानी अब से ठीक 65 साल पहले जापान के शहर हिरोशिमा पर सिर्फ एक बम गिराया गया था और देखते ही देखते एक लाख 40 हजार लोग मौत के मुंह मे समा गए. एटम बम का खौफनाक चेहरा तब पहली बार दुनिया ने देखा था.