चंबल... ये वो नाम है जिसका जिक्र आते ही आंखों के सामने डाकुओं की तस्वीर तैरने लगती है. कहते हैं कि चंबल के पानी की तासीर ही कुछ ऐसी है कि लोगों को बगावत का परचम बुलंद करने और हाथों में बंदूक उठाने के लिए मजबूर कर देता है. मगर आजकल चंबल अचानक खाली हो गया है. जानते हैं क्यों? क्योंकि चुनाव आ गया है.