क्या मनोज वशिष्ट सचमुच भगोड़ा और वॉटेंड था? क्या सचमुच मनोज की तलाश कई राज्यों की पुलिस को थी? जैसा कि मनोज का एनकाउंटर करने वाली दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल कह रही है? अगर स्पेशल सेल का दावा सही है तो फिर सवाल ये उठता है कि खुद स्पेशल सेल की टीम समेत किसी भी राज्य की कोई पुलिस कभी मनोज को ढूंढने उसके घर क्यों नहीं गई? ज़ाहिर है कहानी कुछ और है.