दुनिया ने आज से 10 साल पहले आतंक और आतंकवाद का सबसे ख़ौफ़नाक मंज़र देखा था. वो मंज़र जिसे जिसने भी एक बार अपनी आंखों से देखा वो ता-उम्र उसे भुला नहीं पाएगा.