वो अपने एक दोस्त के मसले को सुलझाना चाहता था और बस इसीलिए उसने एक मीटिंग बुलाई. उसके दोस्त का रक़ीब उनसे तयशुदा वक्त और जगह पर मिलने भी पहुंच. लेकिन उस मुलाकात में जो हुआ उसके अंजाम का गुमान तो उसने सपने में भी नहीं सोचा था. उसके ऑफिस में उसके दोस्त के रकीब ने उस पर क़ातिलाना हमला कर दिया. और जब ये गोलीबारी थमी तो मौका-ए-वारदात पर चार लोग लहूलुहान गिरे हुए थे.