इसी संसार में एक ऐसी मायावी दुनिया भी है, जो शमशान की चारदीवारी से शुरू होती है और चिता की आग से खत्म होती है. इस दुनिया के आसपास फटकने की कोई हिम्मत भी नहीं जुटा पाता.