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अहिंसा के आगे बड़े-बड़े हुक्‍मरानों ने टेके घुटने

अहिंसा के आगे बड़े-बड़े हुक्‍मरानों ने टेके घुटने

2 अक्टूबर यानि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की सालगिरह. ये दिन हर साल आता है लेकिन इस बार इसकी अहमियत कुछ ख़ास ही है. हाल में ही देश ने अन्ना की आंधी देखी. इस आंधी में गांधी के देश ने एक बार फिर दिखा दिया कि अहिंसा और अनशन से बड़ा दूसरा कोई हथियार ही नहीं है. आज हम आपको दिखाएंगे कि जब-जब बापू के दिखाए रास्ते से इंकलाब की मशाल रोशन हुई है तब-तब कैसे दुनिया के बड़े से बड़े हुक्मरानों ने भी उसके आगे अपने घुटने टेक दिए.

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