16 दिसंबर की दोपहर जिस वक्त पेशावर के आर्मी पब्लिक स्कूल में मासूम बच्चों पर गोलियां बरसाई जा रही थीं ठीक उसी वक्त एक आतंकवादी उसी स्कूल के अंदर से मोबाइल पर लगातार बातचीत कर रहा था. कॉल अफगानिस्तान में लगी हुई थी और दूसरी तरफ मोबाइल पर था तालिबान का एक कमांडर. पाक आर्मी इन दोनों की बातचीत सुन रही थी. तभी अचानक स्कूल में मौजूद आतंकवादी अपने आका से पूछता है, मैंने सारे बच्चों को मार दिया है. अब क्या करूं?