रेव पार्टियां पश्चिमी सभ्यता की देन है यह सही है. लेकिन आप अगर समझते हैं कि हिंदुस्तान में रेव पार्टियों का चलन नया है तो बिल्कुल गलत हैं. बड़े शहरों के साथ ही यह रेव पार्टियां छोटे शहरों में भी खूब फैल रही हैं.