आख़िरी हफ्ता. जी हां, ये उनकी किसी फिल्म का नाम हो सकता था. मगर अफ़सोस, अब ये संजय दत्त की जिंदगी का सच है. मुंबई बम धमाकों के सिलसिले में गुनाहगार करार दिए गए संजय दत्त के पास अब खुली हवा में सांस लेने को आखिरी सात दिन बचे हैं. और इन सात दिनों में संजय पूरे साढ़े तीन सालों की जिंदगी जी लेना चाहते हैं.