अफजल गुरू को फांसी दिल्ली के तिहाड़ जेल में होती है, और खबर पहुंचती है लाहौर के कोट लखपत जेल में. लाहौर की सबसे बड़ी जेल. जिसमें पाकिस्तान के सारे खूंखार आतंकवादी बंद हैं. और बदनसीबी से उसी जेल में पिछले 23 सालों से बंद था सरबजीत.