जहां इंसान हालात से नाउम्मीद हो जाए, वहां अगर कोई उम्मीद बचती है, तो वो है सिर्फ और सिर्फ चमत्कार की. उत्तराखंड में बरपे कुदरत के कहर के बाद अब भारतीय सेना, आईटीबीपी, एनडीएमए और ऐसी ही दूसरी टुकड़ियां इस वक्त यहां जो कुछ कर रही है, वो किसी चमत्कार से कम नहीं है.