जिस्म ज़ख्मी है. सांसें मशीनों के सहारे. ज़ुबान खामोश क्योंकि मशीनों ने मुंह बंद कर रखा है. खाना खा नहीं सकती. क्योंकि जिस पेट में खाना पहुंचता है वो पेट भी घायल है. खुद डाक्टर हैरान हैं कि ये जी कैसे रही है? और फिर खुद ही डाक्टर इसका राज़ भी खोल रहे हैं कि वो जीना चाहती है....जीतना चाहती है...बस इसलिए जी रही है.