उसने मांग में सिंदूर तो पति के नाम का लगा रखा था पर दिल में कोई और बस रहा था. उसके सामने एक तरफ पति था और दूसरी तरफ नया-नया प्यार. वो पति को छोड़ना भी नहीं चाहती थी और प्यार से दूर भी नहीं जा सकती थी. और बस यहीं से धोखे की कहानी की शुरूआत होती है. रिश्तों की जमीन पर लिखी गई फरेबी धोखे की ये वो कहानी है जो आपको झकझोर कर रख देगी.