जरा सोचिए. जब ना बम फटे, ना धमाका हो, ना किसी के चीथड़े उड़ें, बस एक हल्की सी गैस, खामोशी से हवा में घुल जाए और सैकड़ों-हजारों लोग चलते-फिरते मौत के मुंह में समा जाएं. दरअसल, आतंकवादी बनाने जा रहे हैं सबसे कारगर हथियार. इस हथियार का नाम है, कैमिकल टैररिज़्म.