scorecardresearch
 
Advertisement

खुशी के मौके पर बजता है मौत का ढोल

खुशी के मौके पर बजता है मौत का ढोल

इंसानो के लिए इंसानो का बनाया एक ऐसा कानून है जिसे खूं-बहा कहते हैं. खूं-बहा यानी आंख के बदले आंख, हाथ के बदले हाथ और जान के बदले जान. एक ऐसा इलाका है जहां मौत जब आती है तो खुशियों की तरह आती है और तब इस खुशी के मौके पर बजता है मौत का ढोल.

Advertisement
Advertisement