हिमाचल प्रदेश को देवभूमि कहा जाता है लेकिन इस देवभूमि में दुर्गम पहाड़ियों पर गूंजती है एक अनजान भाषा, जिसे सिर्फ भूत-पिशाच समझ पाते हैं. लोग ऐसे शिलालेख देखने का दावा भी करते हैं, जिन पर रहस्यमय तस्वीरें और दुनिया में कहीं नहीं पढ़ी जाने वाली लिपि में कुछ लिखा है और कोई माने या ना माने, लेकिन लोग तो यही मानते हैं कि ये है भूतों की भाषा.