क्या कोई फूल जैसे मासूम बच्चों का भी कत्ल कर सकता है? वो भी सिर्फ अपना मकसद पूरा करने के लिए? ये सवाल तब बेमानी हो जाते हैं, जब बात चलती है कोल्हापुर की उन तीन सीरियल किलर मां-बेटियों की, जिन्होंने एक-दो या तीन नहीं, बल्कि कुल 42 छोटे-छोटे और नन्हे बच्चों को तड़पा-तड़पाकर मार डाला.