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कोई घास खा रहा, कोई कूड़े में रोटी तलाश रहा

कोई घास खा रहा, कोई कूड़े में रोटी तलाश रहा

सरहदों को जीतने और अपनी हुकूमत कायम करने के चक्कर में चंद लोगों ने सीरिया के करीब चार लाख लोगों के मुंह से जिंदगी का निवाला छीन लिया है. ISIS, विद्रोही सेना और सीरियाई राष्ट्रपति की फौज के बीच जारी जंग में सीरिया के कई शहरों में लोग घास, कागज के गत्ते और पालतू और आवारा जानवरों तक को खाने के लिए मजबूर हैं.

vaardaat episode of 9th february 2016 on ISIS war and people facing hunger

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