इसमें कोई शक नहीं कि जीवन का मतलब आना और जाना है. और इसी सच को करीब 40 साल पहले मशहूर गीतकार संतोष आनंद ने जब अपने बोल दिए तो पूरा देश उनके इस नगमे को गुनगुना उठा. पर तब शायद खुद संतोष आनंद ने भी नहीं सोचा होगा कि खुद उनके अपने घर से कोई ऐसे जाएगा? जिस बेटे को उन्होंने मन्नतों और मुरादों से पाया था उसी बेटे ने अपनी पत्नी के साथ ट्रेन के आगे कूद कर खुदकुशी कर ली.
Vaardat episode of 16th october