यह अजमल कसाब था...मुंबई हमले का गुनहगार. यह बता रहा था कि कैसे आतंक के आकाओं ने उसका ब्रेनवास किया और जन्नत और जन्नत में मिलने वाली हूरों का लालच देकर उसे आतंकी भट्टी में झोंक दिया. मगर अब कसाब के साथ-साथ शायद कसाब जैसे आतंकवादियों का जमाना भी लद गया है. बदलते वक्त के साथ अब आतंकवादी भी चालाक हो गए हैं. उन्हें पता चल चुका है कि जन्नत में हूरों से मिलने के लिए पहले मरना जरूरी है. इसलिए उन्होंने मरने में आनाकानी करना शुरू कर दिया. नतीजा यह हुआ कि आतंक के आकाओं ने भी पैतरा बदला और नया चारा फेंका. जन्नत में तो हूरे मिलेंगी ही...पर उससे पहले जीते जी जमीन पर भी हूरे मिलेंगी और बस इसी के साथ शुरू हो गया घाटी में आतंक का नया खेल जी-2 यानी गन एंड गर्लफ्रेंड का. देखिए पूरा वीडियो...