कई सालों तक वो लोगों के सिर काटता रहा और फिर वही सिर कटी लाश सीधे ले जाकर तिहाड़ जेल के बाहर फेंक आता. इस चुनौती के साथ कि पकड़ सको तो पकड़ लो. फिर एक रोज वो पकड़ा गया. और अब शायद उसे उसी तिहाड़ के अंदर फांसी पर चढ़ा दिया जाए जिस तिहाड़ के बाहर वो लाशें फेंकता था. क्योंकि अदालत ने उसे मौत की सजा दी है.