किसी डूबते को तिनके का सहारा ही काफी होता है. नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन को इस वक्त रूसी राष्ट्रपति ने कुछ ऐसा ही सहारा दिया है. जब तकरीबन पूरी दुनिया इस तानाशाह के खिलाफ़ खड़ी है, उसे सनकी मानती है. रूसी राष्ट्रपति पुतिन की नज़र में किम जोंग उन न सिर्फ समझदार हैं बल्कि मंझे हुए सियासतदान हैं. ऐसे में सवाल ये है कि क्या वाकई किम जोंग उन के हिमायती बन गए हैं पुतिन या फिर अंदर की कहानी कुछ और है?