वो जो आतंक का आका है वो जो दहशत का दूसरा नाम है वो जो इंसानियत का दुश्मन है. उसके झंडे का रंग भी काला है. उसके कारनामे भी काले हैं. उसका ज़ेहन भी काला है और अब अपने गुर्गों की जान बचाने के लिए उसने तरीका भी काला अपनाया है. जी, औरतों के काले बुर्कों में चेहरा छिपाकर उसके आतंकी इराक के मोसुल में अपनी जान बचा रहे हैं. काले बुर्के की पूरी कहानी आपको दिखाएं. उससे पहले देखिए वो ऑपरेशन ब्लैक क्रो जो बग़दादी की काली करतूतों पर पड़े पर्दे को बेपर्दा कर देगा.