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वारदात: आरुषि-हेमराज मर्डर मिस्ट्री फिर रह गई मिस्ट्री!

वारदात: आरुषि-हेमराज मर्डर मिस्ट्री फिर रह गई मिस्ट्री!

तारीख 16 अक्टूबर, दिन सोमवार और वक्त शाम के चार बज कर पचपन मिनट. गाजियाबाद की डासना जेल का गेट खुलता है और डाक्टर राजेश तलवार और नुपुर तलवार गेट के बाहर कदम रखते हैं. आठ कदम चलने के बाद दोनों रुक जाते हैं. कुछ सेकेंड के बाद फिर कदम बढ़ाते हैं. इस बार 11 कदम चलने के बाद फिर से रुक जाते हैं, मीडिया के कैमरों के लिए. फिर करीब दो मिनट बाद आखिरी बार दोनों कदम बढ़ाते हैं और गाड़ी में बैठ कर जेल से रवाना हो जाते हैं. दोनों को जाता देख डासना जेल खुद से सवाल पूछती है कि जाने वाले तो गए अब आरुषि के कातिल के तौर पर कौन यहां आएगा? कभी कोई आएगा भी या नहीं? देखें- ये वीडियो.

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