इस दुनिया में नामालूम कितने कत्ल हुए और आगे भी होंगे, लेकिन राजधानी में एक ऐसा कत्ल हुआ जिसमें कातिलों ने जिंदगी देनेवाले एक छोटे से इंजेक्शन को ही आला-ए-कत्ल यानी जान लेने के हथियार बना लिया. कातिलों ने पहले जहर का इंतजाम किया, उसे इंजेक्शन में भरा और फिर एक भीड़ भरे बाजार में वो इंजेक्शन अपने शिकार की गर्दन पर लगा दिया. सवाल ये है कि आखिर इस कत्ल की वजह क्या थी और कातिलों ने इतना अजीबोगरीब तरीका क्यों चुना? ये हमला कोटक महिंद्रा बैंक के एक नौजवान कैशियर रवि कुमार पर हुआ. रवि रोज की तरह इस दिन भी बैंक से अपना कामकाज निपटा कर द्वारका अपने घर के लिए निकला था, लेकिन जिस तरह उस पर पीछे से हमला किया गया, उसे देख कर ऐसा लग रहा था कि हमलावर शायद उसे निशाना बनाने के लिए पहले से वहां घात लगा कर बैठा था.
vardaat episode of 11th jan 2017 on bank cashier murder using injection