हयात...यानी जिंदगी. पर ज़रा सोचें अगर ज़िंदगी खुद ही मौत बन कर दूसरों को मौत बांटने लग जाए तो क्या हो? पेरिस में हुए हमले की कहानी कुछ ऐसी है क्योंकि इस हमले में जिस हयात पर बेगुनाहों को मौत देने का इल्ज़ाम है, इत्तेफ़ाक से उसका नाम हयात ही है. पर हयात को लेकर मामले में एक नया ट्विस्ट आ गया है. दरअसल फ्रेंच पुलिस का दावा है कि पेरिस हमले के दौरान हयात मौका-ए-वारदात पर मौजूद थी. जबकि पेरिस से तीन हजार किलोमीटर दूर तुर्की पुलिस का कहना है कि तब हयात टर्की में थी. अब एक हयात एक साथ दो जगह कैसे हो सकती है?