इंसानी जिस्म का यूं तो हर हिस्सा अपने आप में अहम है. मगर पेट की बात ही कुछ और है. पापी पेट के सवाल पर लोग ना जाने क्या-कर गुजरते हैं. मगर हम जिस पेट को लेकर आज वारदात में हाजिर हुए हैं उसमें जब आप झांकेंगे तो यकीन मानिए वो पेट कम पिटारा ज्यादा नज़र आएगा. बस यूं समझ लीजिए कि एक टूल ब़ॉक्स में जो-जो चीजें रखी जाती हैं, एक साहब ने वो सारी चजें अपने पेट में रखी हुई थीं. पेट को पिटारा बनाने वाले ये साहब का पहला परिचय ये है कि ये एक जेल में कैद कैदी हैं.