इराक में बगदादी और उसके आतंकवादियों का कभी भी 'दी-एंड' हो सकता है. लेकिन जाते-जाते बगदादी ऐसे वहशीपन पर उतर आया है कि उसकी मार से एक बार फिर इराक की बेगुनाह आवाम तड़पने लगी है. क्या आप यकीन करेंगे कि इराकी फौज को खुद को बचाने के लिए बगदादी के आतंकवादी अब आम शहरियों पर ही रासायनिक हथियारों से हमले करने लगे हैं.