एक तरफ मुजरिम हाथ नहीं आ रहे, दूसरी तरफ छोटे-मोटे अपराधियों का जुलूस और बारात निकाल कर इंदौर पुलिस के अफसर सिंघम बन जाते थे. लेकिन अब इंदौर पुलिस का यही सिंघम सिंड्रोम उस पर भारी पड़ने लगा है, क्योंकि मानवाधिकार आयोग की निगाहें उस पर टेढ़ी हो गई हैं.
vardaat: indore police and his singham syndrome