सतलोक से सलाखों तक का फासला तय कर चुके संत रामपाल की तकदीर अब अदालत की मुट्ठी में है. लेकिन रामपाल के जेल जाते ही उसके आश्रम का तिलिस्म टूट कर बिखरने लगा है. इस आश्रम में कहीं किले की झलक मिलती है तो कहीं गुप्त ठिकाना नजर आता है. कहीं आरामगाह दिखता है तो कहीं आडंबर का अड्डा भी.
vardaat: inside story of sant rampal's satlok aashram and its reality