13 साल पहले शुरू हुआ था वारदात का सफ़र. 13 साल एक लंबा अरसा होता है. पिछले 13 सालों में ना जाने क्या-क्या, कौन-कौन और कैसे-केसे बदल गए, लेकिन रात 11 बजे नहीं बदला और ना ही आप बदले और ना हम, क्योंकि ये वक्त वारदात का था और है. 13 साल पहले जब वारदात की शुरुआत की थी तब कोशिश और नीयत यही थी कि आपके आप-पास होने वाली हर वारदात से आपको बाखबर रखें. ताकि आप महफूज रह सकें. हमारा वादा है कि यही कोशिश हमारी आगे भी जारी रहेगी.