क्या आपने कभी सुना है कि कोई पहले सुसाइड नोट लिख ले और मरने का फैसला बाद में करे? या आप इस बात पर यकीन करेंगे कि कोई सुसाइड नोट लिखे भी और उसे ऐसे छुपा कर रखे कि मरने के तीन बाद तक किसी को मिले ही नहीं? पत्रकार पूजा की मौत के केस में ऐसा ही हुआ है.