आईएसआईएस और विरोधी गुटों को सबक सिखाने के लिए शहर के ऊपर दिन-रात उड़ान भरते फाइटर जेट्स यहां कब, कहां और किसके सिर पर बम बरसा दें ये कोई नहीं जानता. सबसे बड़ी मुश्किल ये है कि बम बेगुनाह और गुनहगारों का फ़र्क करना नहीं जानते. ऐसे में बमबारी से ज़मींदोज़ एक मकान के मलबे से लोगों को किसी बच्ची के रोने की आवाज़ सुनाई देती है. कड़ी मशक्कत के बाद इस बच्ची को बचा लिया जाता है. देखें वारदात...