आजाद हिंदुस्तान के इतिहास में इतनी बड़ी नगदी की लूट इससे पहले कभी नहीं हुई थी. साढ़े 22 करोड़ रुपए. पुलिस ने फौरन अपनी पूरी ताकत झोंक दी और इसके बाद शुरू हुआ ऑपरेशन कैश-वैन.