कोरोना भी क्या-क्या रंग दिखा रहा है. नए-नए वैरिएंट में सामने आ रहा है. शायद यही वजह है कि दुनिया का सबसे पुराना पेशा भी इससे अछूता नहीं रह पाया. गुंडागर्दी की तरकीब अब पुरानी हो चुकी है. गुंडागर्दी अब नई और हाइटेक होने लगी है. सोशल मीडिया का इस्तेमाल उसे समझ आने लगा है. अपनी कॉरपोरेट फिल्में बाना रहा है ताकि लोगों को डरा सके, धमका सके, वसूली कर सके. गुंडागर्दी के इसी नए वैरिएंट का शिकार हुआ ओलंपियन सुशील कुमार. देखिए वारदात में पूरी रिपोर्ट.