साल 2018 की पहली रात, और इतनी खूनी रात कि सिर्फ 90 मिनट में डेढ़ किलोमीटर के दायरे के अंदर एक-एक कर छह लोगों का कत्ल किया गया. वो भी बेवजह, बेमकसद, बिना किसी रंजिश के. न कातिल की किसी से दुश्मनी. न मरने वालों की कातिल से कोई जान-पहचान. फिर भी उसने छह-छह कत्ल किए. क्योंकि तब उसके जेहन में बस कत्ल करने की सनक सवार थी.