प्यार किसी रिश्ते का नाम नहीं बल्कि एक अहसास है. इसकी न तो कोई गारंटी है और न ही कोई फॉर्मूला. जावेद की खता बस यही थी कि उसने प्यार किया था. लेकिन मुल्क की सरहद शायद इस प्रेम को नहीं समझती. वह आशिक था, लेकिन उसकी इस खता ने उससे जिंदगी के साढ़े ग्यारह साल छीन लिए.