scorecardresearch
 
Advertisement

कोरोना ने छीन ली ‘आखिरी रस्म’, चार कंधे भी नहीं हो रहे नसीब

कोरोना ने छीन ली ‘आखिरी रस्म’, चार कंधे भी नहीं हो रहे नसीब

मौत अब तक ज़िंदगी को डराती रही है पर पहली बार है जब खुद मौत डरी हुई है. डरी हुई है कि अगर अभी वो मर गई तो क्या होगा? ना चार कांधे मिलेंगे ना श्मशान या कब्रिस्तान में जगह मिलेगी? यकीन मानिए इस वक्त का सच यही है. इस वक्त मौत से नहीं बल्कि मरने से डर लग रहा है. डर लग रहा है कि अगर अभी मर गए तो कोरोना के नाम पर पराए तो छोड़िए अपने भी मुर्दों से मुंह मोड़ लेंगे. जैसा इस वक्त देश और दुनिया के अलग-अलग इलाकों में हो रहा है. देखें वारदात

Advertisement
Advertisement