करीब दो साल से दुनिया में अमन-चैन का सबसे बड़ा दुश्मन बन चुका आतंकवादी संगठन आईएसआईएस अब घुटनों के बल आ चुका है. सीरिया हो या इराक़ अपने हर गढ़ में उसे लगातार शिकस्त मिल रही है. आईएस के पास अब बस दो ही रास्ते बचे हैं या तो हथियार डाल कर सरेंडर कर दे या फिर गोलियों का निशाना बने.