वारदात में बात करेंगे भक्ति का सालाना कारोबार और कारोबारी बाबाओं के बारे में, जो आस्था के नाम पर अंधभक्ति का कारोबार चला रहे हैं. ये हिंदुस्तान है. यहां भक्ति की नहीं जाती, बेची जाती है. यही वजह है कि यहां भक्ति का सालाना कारोबार कई हज़ार करोड़ का है. क्योंकि जिसे आप भक्ति की शक्ति समझ रहे हैं वो अंधभक्ति है धोखा है, फ्रॉड है. इस बाज़ार में देश की 130 करोड़ जनता के बीच ना जाने कितने ही होलसेलर बाबा घूम रहे हैं. इनमें से कई तो ऐसे हैं जिनका धंधा विदेशों में भी फैला हुआ है. ना जाने कितने बाबा जेल में हैं अभी. आसाराम से लेकर इस कारोबार में नए-नए शामिल हुए कैंडी बाबा की यहां जानें जन्म कुंडली.