यूपी पुलिस की एसआईटी ने बुधवार शाम को अचानक एक प्रेस कांफ्रेंस बुलाई. लगा आज स्वामी चिन्मयानंद पर कोई बड़ा खुलासा होने वाला है, लेकिन मगर जैसे ही प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म हुई ऐसा लगा मानो ये किसी पुलिसवाले की नहीं बल्कि किसी नेता की प्रेस कॉन्फ्रेंस हो. सवाल स्वामी चिन्मायनंद के खिलाफ एफआईआऱ दर्ज करने, गिरफ्तार करने, सबूत इकटठा करने, पीड़ित लड़की की शिकायत करने को लेकर पूछे जा रहे थे और उधर से जवाब कुछ यूं आ रहे थे- धैर्य रखिए, हर पहलू पर धैर्य के साथ जांच की जा रही है. सोशल मीडिया और समाज से अपील है कि वो मीडिया ट्रायल ना करें. मीडिया ट्रायल से डिफेंस मजबूत होता है. याद नहीं आता कि यूपी पुलिस ने रेप के किसी मामले में इससे पहले कभी ऐसा ज्ञान बांटा हो.