करीब पौने दो करोड़ की आबादी वाली दिल्ली में बीस साल का एक नौजवान पूरे दस मिनट तक पथरीली सड़क पर पड़ा बस एक मददगार हाथ के लिए तड़पता रहा. इस दौरान उसके पास से 129 मोटरसाइकिल सवार गुजरे, 67 कारें गुजरीं. उनमें सवार सैकड़ों लोग गुजरे. खुद उसके इर्द-गिर्द पचासों तमाशबीन खड़े रहे. पर मदद का हाथ किसी ने नहीं बढ़ाया.