हमेशा से ही जुर्म और फिल्म के बीच एक रिश्ता रहा है. फिल्म को देखकर उस दौर के जुर्म के ट्रेंड का पता लगाया जा सकता है. आजादी के समय से अब तक कह फिल्मी सफर पर गौर करें तो दिखता है जैसे-जैसे समाज बदला फिल्में भी बदली हैं, उसमें दिखाया जाने वाला जुर्म बदला है.