पिछले कुछ दिनों में देशभर के बाबाओं को अलग-अलग रूप और भेष में देखा गया. कभी उन्हें हथकडि़यों में, तो कभी अखबारों और टीवी की सुर्खियां बनते हुए देखा गया. लेकिन इन दिनों ये बाबा कहां हैं, ये शायद किसी को नहीं पता है.