जिम्बाब्वे के गेंदबाजों का शायद ही कभी ऐसे बल्लेबाजों से पाला पड़ा था. उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि गेंद कहां करें. सूर्यकुमार हर शॉट के बाद मानों कह रहे थे कि बच सको तो बच लो. जिस मेलबर्न ग्राउंड पर छक्का जमाना मुश्किल होता है, उसी पर सूर्या ने ऐसे-ऐसे छक्के लगाये देखने वाले दांतों तले उंगलियां दबाते रहे. अर्पिता आर्या के साथ इस बुलेटिन में देखिए ये कवरेज.